Archive | पर्यटन

दर्शकों,शिल्पकारों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

Posted on 14 January 2010 by admin

फरीदाबाद- सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में इस बार दर्शकों और शिल्पकारियों को स्वास्थ्य सेवांओं के लिए भटकना नहीं होगा। सूरजकुंड मेला प्राधिकरण ने पिछले मेलों को देखते हुए इस बार बेतहर स्वास्थ्य सेवाएं देने की तैयारी की है।

मेले के दौरान हर्मिटेज हट के पास सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। इसमें जरूरी दवाईयों सहित एक नर्स और एक डॉक्टर नियुक्त किया जाएगा। रोज मेला शुरू होने से पहले नियमित रूप से फॉगिंग करने के आदेश दिए गए हैं।

बड़खल मोटल में विदेशी शिल्पकार और कलाकारों के ठहराव पर डॉक्टर की व्यवस्था रहेगी। खेल परिसर में ठहरने वाले भारतीय लोक कलाकारों को भी वहीं पर एंबुलेंस और डॉक्टर मुहैया कराया जाएगा। खेल परिसर में ठहरने वालों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था सेक्टर-8 ईएसआई से की जाएगी। मेला परिसर में सन बर्ड होटल के पास बनी डिस्पेंसरी में भी दवाईयों की व्यवस्था रहेगी।

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महिला उत्पीड़न रोकने के लिए हेल्प डेस्क

Posted on 05 October 2009 by admin

नई दिल्ली- कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान महिला उत्पीड़न को रोकने के लिए दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस, महिला आयोग व केंद्र सरकार ने विशेष तौर पर साझी नीति बनाई है। जिसके तहत दिल्ली महिला आयोग जेंडर हेल्प डेस्क (महिला सहायता केंद्र) की स्थापना करेगी।

जिसमें दिल्ली सरकार के अलावा प्रत्येक जिले की पुलिस, केंद्रीय पर्यटन व खेल मंत्रालय भी मददगार होंगे। यह पहली बार है, जब देश में कई एजेंसियों की मदद से महिला हेल्प डेस्क बनाई जा रही है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा सिंह के अनुसार ये हेल्प डेस्क राजधानी के पांच सितारा होटल, गेस्ट हाउस, एयरपोर्ट, अस्पताल, रेलवे स्टेशन, स्टेडियम, खेलगांव, पुलिस मुख्यालय, दिल्ली सचिवालय व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर बनाई जानी हैं।

मुख्यमंत्री शीला दीक्षित इस परियोजना को लेकर खासी उत्साहित हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में महिला उत्पीड़न रोकने संबंधी इस पूरी योजना को औपचारिक अमली-जामा पहनाया जाएगा। हालांकि शीला दीक्षित इस योजना को पहले ही अपनी मंजूरी दे चुकी हैं। साथ ही हेल्प डेस्क को स्थापति करने का खर्च भी दिल्ली सरकार ने उठाने का फैसला किया है। हेल्प डेस्क का मुख्य काम महिला उत्पीड़न पर लगाम कसना, यौन अत्याचार की शिकायतों पर कार्रवाई करना व पुलिस तथा अन्य एजेंसियों की मदद से महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण का निर्माण करना है। महिला आयोग कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले विज्ञापन के जरिए देश भर की महिलाओं में जागरूकता फैलाएगी।

इन विज्ञापनों के जरिए महिलाओं को बताया जाएगा कि कॉमनवेल्थ गेम्स की परियोजनाओं में नौकरी के नाम पर वे किसी शोषण का शिकार न बनें और यदि उनका शोषण किया जाता है तो वे तुरंत अपने नजदीकी हेल्प डेस्क पर इसकी शिकायत करें। यहां कोई पुरुष भी महिलाओं से हो रहे शोषण की जानकारी दे सकता है। इसके बाद पीड़ित महिला को पुलिस स्टेशन या अन्य किसी केद्र पर जाने की जरूरत नहीं होगी। ये हेल्प डेस्क पीड़ित महिला या युवती की ओर से कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ाएगी व आगे की अदालती लड़ाई में भी उसे मदद करेगी।

कॉमनवेल्थ के दौरान पांचसितारा होटलों में अच्छी नौकरी दिलाने से लेकर विदेशी मेहमानों और खिलाड़ियों से भरे स्टेडियमों में नौकरी दिलाने के नाम पर महिला उत्पीड़न किया जा सकता है।

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जलमार्ग से करें कोलकाता से बनारस तक का सफर

Posted on 23 September 2009 by admin

कोलकाता- कोलकाता से बनारस के बीच गंगा की सैर का मजा का ले सकते हैं। विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार उन्हें कोलकाता से बनारस का तक सफर जल मार्ग से कराने जा रही है।

विदेशी पर्यटकों को गंगा जहाज विहार कराने के लिए राज्य सरकार ने एक विदेशी कंपनी के साथ समझौता किया है। 28 सितंबर से इस सफर की कोलकाता से शुरूआत की जाएगी।

यह जानकारी राज्य के पर्यटन मंत्री मानवेंद्र मुखर्जी ने बुधवार को करारनामे पर हस्ताक्षर के बाद पत्रकारों को दी। उन्होंने कहा कि मेसर्स पांडव रीवर क्वीसेस नामक विदेशी कंपनी के साथ यह करार किया गया है। कंपनी का जहाज पर्यटकों को लेकर गंगा से होकर बनारस जाएगा और दो दिन बाद वह फिर वहां से लौटेगा। हालांकि देशी पर्यटकों के लिए यह सौदा थोड़ा महंगा होगा, लेकिन विदेशी पर्यटकों के लिए यह पैकेज बेहद आकर्षक होगा।

बनारस से कोलकाता तक के सफर के लिए पर्यटकों को साढ़े चार लाख रुपये देने होंगे। जबकि कोलकाता से बनारस तक का किराया साढ़े तीन लाख निर्धारित किया गया है। राज्य सरकार को उम्मीद है कि पानी के जहाज के जरिए गंगा से सफर का आनंद बेहद रोमांचक होगा। विदेशी पर्यटक इसका लुत्फ लेने से नहीं चूकेंगे। पर्यटन मंत्री मुखर्जी का मानना है कि पर्यटन के लिए भारत आए विदेशी मेहमानों को इस तरह से भारत के ग्रामीण जीवन की झलक भी देखने को मिल सकती है।

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पर्यटन निगम बना रहा मिडवे फैसीलिटीज का नेटवर्क

Posted on 10 August 2009 by admin

भोपाल- प्रदेश में आने वाले देशी-विदेशी सैलानियों को मिलने वाली सुविधाओं का विस्तार होगा। अब उन्हें प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पहुंचाने वाले मार्गो पर भी हर प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। इस तारतम्य में अब पर्यटन निगम प्रदेश के प्रमुख टूरिस्ट स्पाट्स को जोड़ने वाली सड़कों पर ‘मिडवे फैसीलिटीज’ का नेटवर्क तैयार करने में जुट गया है। गौरतलब है कि भोपाल इंदौर हाइवे पर स्थित डोडी ढाबे के फायदेमंद संचालन से यह योजना परवान चढ़ रही है।

प्रदेश के दो प्रमुख टूरिस्ट सर्किट खजुराहो और जबलपुर के बीच में 40-40 लाख रुपए की लागत से इन सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। भोपाल-जबलपुर राजमार्ग पर नरसिंहपुर जिले के तेंदूखेड़ा में और भोपाल-खजुराहो राजमार्ग का सेंटर सागर में डेवलेप किया जा रहा है। दोनों ही मार्गो पर टूरिस्टों का खास आवागमन बना रहता है। इसके अलावा पर्यटकों की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण ग्वालियर-आगरा ह

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ड्राइवरों को प्रशिक्षित किया जाएगा

Posted on 24 July 2009 by admin

नई दिल्ली-  राष्ट्रमंडल खेल के दौरान विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए दिल्ली पर्यटन मंत्रालय राजधानी के पांच हजार आटो रिक्शा एवं टैक्सी ड्राइवरों को प्रशिक्षित करेगा। इसके तहत ड्राइवरों को मानसिक, व्यवहारिक एवं सामाजिकता की  शिक्षा दी जाएगी। विदेशी मेहमानों के साथ वह कैसा व्यवहार करें और उनसे बात करने के लिए ज्यादातर अंग्रेजी का प्रयोग करें, इसके लिए भी उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।

इस काम के लिए साफ सुथरी छवि वाले आटो एवं टैक्सी चालकों को चुना जाएगा। इसके लिए दिल्ली के पुराने ट्रांसपो‌र्ट्स एवं ट्रांसपोर्ट यूनियनों की मदद ली जा रही है।अगस्त महीने की प्रथम सप्ताह से सरकार इस प्रोजेक्ट में काम शुरू कर देगी। इसके लिए दिल्ली पर्यटन मंत्रालय ने बुधवार की शाम आटो-टैक्सी से जुड़े दिल्ली के चुनिंदा ट्रांसपोर्टरों की बैठक बुलाई थी। इसमें प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने के लिए विभाग ने ट्रांसपोर्टरों को आगे आने के लिए कहा है। साथ ही कहा है कि ज्यादा से ज्यादा ड्राइवरों को इसके लिए प्रेरित करें। विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञ प्रत्येक ड्राइवर को चार दिन का विशेष प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण स्थल आईटीओ स्थित आईपीएम भवन में होगा। ड्राइवर विदेशी मेहमानों के साथ कैसा व्यवहार करें, इसके लिए उन्हें सबसे ज्यादा मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और व्यवहारिक तौर-तरीकों के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। गाड़ी में चलते समय अचानक दुर्घटना हो जाए, उस स्थिति में तत्काल फस्ट एड कैसे दी जाए इसकी भी ट्रेनिंग दी जाएगी। टूरिज्म विभाग ने ट्रांसपोर्टरों से इस अभियान में जुट जाने को कहा है। उनके मुताबिक पहले चरण में 5000 ड्राइवरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। रिजल्ट अच्छा रहा और टाइम रहा तो और ड्राइवरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। पर्यटन विभाग के इस अभियान में इंडियन टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, संगठन न्याय भूमि, टैक्सी आटो रिक्शा ड्राइवर संघर्ष समिति की भी मदद ले रहा है।

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रेलवे चलाएगा चार लक्जरी ट्रेनें

Posted on 17 June 2009 by admin

नई दिल्ली-  भारतीय रेलवे ने मालदार विदेशी पर्यटकों के लिए अगले साल जनवरी से चार नई लक्जरी ट्रेनें शुरू करने की योजना बनाई है।

पैलेस ऑन व्हील्स की तर्ज पर शुरू हो रहीं ये नई ट्रेनें दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता (प्रत्येक मार्ग पर दो-दो) के बीच चलेंगी। नई ट्रेनों की यह योजना रेलवे और ट्रेवल कंपनी कॉक्स एंड किंग्स कंपनी के बीच संयुक्त उपक्रम के तहत शुरू होंगी। इनका यह शाही सफर आठ दिन और सात रातों का होगा। प्रत्येक दिन का किराया एक हजार डालर होगा। सफर के दौरान ये ट्रेनें कोलकाता मार्ग पर गया व वाराणसी और मुंबई मार्ग पर खजुराहो व बांधवगढ़ जैसे स्थानों पर रुकेंगी।

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कापरेरेशन (आईआरसीटीसी) के प्रबंध निदेशक राकेश टंडन ने कहा कि वे मंदी के बारे में बिल्कुल भी चिंतित नहीं हैं। हमने यह परियोजना इसलिए शुरू की हैं क्योंकि हमारे सर्वेक्षण बताते हैं कि ऐसी ट्रेनों के लिए मार्केट है। उच्च श्रेणी का पर्यटन अभी भी मंदी से प्रभावित नहीं हुआ है और हमें उम्मीद है कि यह फायदे का सौदा साबित होगा। रेलवे इन शाही सफर को कॉक्स एंड किंग्स के साथ 50-50 प्रतिशत राजस्व बंटवारे के आधार पर चलाएगा।

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सेक्स पर्यटन के केंद्र बन गए हैं धर्मस्थल

Posted on 12 May 2009 by admin

नई दिल्ली- देह व्यापार के लिए लड़कियों की तस्करी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। यहां तक कि देश के धार्मिक स्थान भी इससे बचे नहीं हैं। धर्मस्थल सेक्स पर्यटन के केंद्र बनते जा रहे हैं। यह बात सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो या सीबीआई के निदेशक अश्विनी कुमार ने कही।

संगठित अपराध और मानव तस्करी’ विषय पर आयोजित सेमिनार में  संवाददाताओं से बातचीत में कुमार ने कहा कि धार्मिक व पर्यटन स्थलों का सेक्स पर्यटन और वेश्यावृत्ति जैसे अपराधों से प्रभावित होना चिंता और चुनौती का विषय है। उन्होंने बताया कि मानव तस्करी विश्व का तीसरा सबसे बड़ा संगठित अपराध है।

उन्होंने कहा कि इसके तहत देह व्यापार के लिए बड़े पैमाने पर लड़कियों की तस्करी की जाती है। उन्होंने बताया कि भारत में 85 फीसदी मानव तस्करी यहीं के लोगों के लिए होती है।

सेमिनार का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय गृह सचिव मधुकर गुप्ता ने कहा कि मानव तस्करी भारत की सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है। इसकी मुख्य वजह गरीबी, बेरोजगारी और विकास का अभाव है।

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