Archive | August, 2012

निःशुल्क स्वास्थ्य मेला

Posted on 29 August 2012 by admin

लायन्स सेवा संस्थान, सेवा समिति एवं सेवा अस्पताल द्वारा सेवा अस्पताल प्रांगढ़ में ”निःशुल्क स्वास्थ्य मेला“ का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन डा0 नीरज बोरा द्वारा किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर में विभिन्न प्रकार के रोगियों जैसे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, स्त्री रोग एवं कैंसर रोगियों ने डा0 अनुभा तिवारी (स्त्री रोग विशेषज्ञ) एवं डा0 अनुजा श्रीवास्तव (बाल रोग विशेषज्ञ) के परामर्श का लाभ उठाया। इस निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लगभग 300 रोगियों ने स्वास्थ्य लाभ उठाया। रोगियों को निःशुल्क दवायें भी उपलब्ध कराई गई।
शिविर में मुख्य रूप से बच्चेदानी में टयूमर, बाँझपन की जाँच, गर्भवती महिलाओं की जाँच एवं बच्चों में टायफाइड की शिकायत पाई गयी। यह शिविर कल दिनाँक 30 अगस्त को भी निःशुल्क उपलब्ध रहेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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साक्षर भारत महोत्सव

Posted on 29 August 2012 by admin

अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर साक्षर भारत महोत्सव का 3 दिवसीय आयोजन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मनाया जाएगा। महोत्सव के आयोजन के प्रथम दिन ‘बहू पढ़ेगी, पढ़ायेगी’ रैली के0डी0 सिंह बाबू स्टेडियम से उत्तर प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों के लगभग 3000 प्रतिभागियों की भागीदारी में निकाली जाएगी। भारत के उप राष्ट्रपति, केन्द्रीय मंत्रियों सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री साक्षर भारत महोत्सव के आयोजन में 08 सितम्बर, 2012 को भाग लेंगे। उक्त आयोजन राजधानी के डाॅ0 राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के अम्बेडकर आॅडिटोरियम में आगामी 07 से 09 सितम्बर को आयोजित किया जाएगा।
साक्षर भारत महोत्सव आयोजन की तैयारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागवार समन्वय स्थापित कर हर तरह की सुविधा प्रतिभागियों को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि साक्षर भारत महोत्सव के दौरान विद्युत आपूर्ति विशेषकर मुख्य समारोह स्थल एवं आयोजित प्रदर्शनी स्थल पर निरन्तर सुनिश्चित कराई जाएं। पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कराने हेतु टैंकर की प्रतिदिन व्यवस्था कराने के साथ आकस्मिकता हेतु आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध कराने हेतु जीवन रक्षक दवाएं प्राथमिक चिकित्सा उपचार, मोबाइल वैन एवं पर्याप्त चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित करा दी जाए। उन्होंने कार्यों के अनुश्रवण हेतु वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भी गठित करने के निर्देश देते हुए कहा कि आयोजन में किसी प्रकार की भी असुविधा या अव्यवस्था न होने पाए।
श्री उस्मानी ने निर्देश दिए कि समारोह में प्रदर्शित प्रदर्शनी को देखने हेतु लखनऊ के विभिन्न मुख्य स्थलों से नगर बस सेवा उपलब्ध कराते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए। समारोह स्थल के सम्पर्क मार्गों पर यातायात की व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु प्रशासनिक अधिकारी शीघ्र बैठक कर आवश्यक निर्देश निर्गत कर दें। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी स्थल का अग्निशमन विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र अवश्य प्राप्त कर लिया जाए।
मुख्य सचिव ने साक्षर भारत महोत्सव कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश देते हुए कहा कि दूरदर्शन एवं आकाशवाणी द्वारा अपने लोकल प्रसारण एवं एफ0एम0 रेडियो, चैपाल कार्यक्रम सहित अपने अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी प्रसारण कराया जाए। उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों के ठहरने के स्थान पर व्यापक सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव गृह श्री आर0एन0 श्रीवास्तव, पुलिस महानिदेशक श्री एस0सी0 शर्मा, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा श्री सुनील कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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ईरान में बहाई समुदाय पर हो रहे अत्याचार पर प्रधानमंत्री

Posted on 29 August 2012 by admin

डा. मनमोहन सिंह से ईरान के राष्ट्रपति से बात करने की अपील की भारत के बहाइयों ने

भारत के कुछ नागरिकों ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह से पुरजोर अपील की है कि वे ईरान में आयोजित हो रहे एन.ए.एम. सम्मेलन-2012 के दौरान ईरान के राष्ट्रपति अहमदीनेजाद व ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह खोमैनी से ईरान में बहाइयों पर अन्याय व अत्याचार पर बातचीत करें। ईरान में आयोजित हो रहे इस शिखर सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह के ईरान रवाना होने की पूर्व संध्या पर जारी इस संयुक्त अपील को जारी करने वाली प्रमुख हस्तियों में प्रोफे़सर ताहिर महमूद, प्रोफे़सर अमिताभ कुन्डू, प्रोफे़सर आर.बी. सिंह, प्रोफे़सर मुचकुन्द दुबे, आई.एफ.एस. (सेवा निवृत्त) आर्चविश विन्सेन्ट काॅनसेन्स, इमाम उमेर अहमद इलयासी, श्री मिलन कोथार, श्री रंगन दत्ता, डा. मोहिनी गिरी, फादर डाॅमिनिक इमानुएल, श्री असगर अली इन्जीनियर, डा. अशोक खोसला, श्री सुहाज चकमा, सुश्री वृंदा ग्रोवर, श्री रोहित गांधी, श्री जयंत कुमार व स्वयंसेवी एक्शन नेटवर्क आॅफ इण्डिया के श्री हर्ष जटिल आदि शामिल थे। यह जानकारी लखनऊ के बहाई समुदाय की सदस्या डा. भारती गाँधी ने दी है।
डा. गाँधी ने बताया कि इन प्रख्यात भारतीय हस्तियों द्वारा प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को लिखे गये पत्र में उनका ध्यान ईरान की सरकार द्वारा 1993 में बनाये गये गुप्त मेमोरैन्डम के नोट की ओर आकर्षित किया गया है जिसके अन्तर्गत बहाई समुदाय का धीरे-धीरे गला घोटा जा रहा है। इस मेमोरेन्डम में सुझाव दिया गया है कि (1) ईरान के विश्वविद्यालयों में अध्ययन हेतु जैसे ही किसी व्यक्ति के बहाई अनुयायी होने की जानकारी हो, उसे तुरन्त ईरान के विश्वविद्यालयों से निकाल दिया जाये चाहे वह प्रवेश प्रक्रिया के दौरान हो अथवा पढ़ाई के दौरान, (2) यदि कोई व्यक्ति अपने आपको बहाई बताते हैं, तो उन्हें रोज़गार न दिया जाये, (3) बहाइयों को कोई  भी महत्वपूर्ण कार्य न दिया जाये और (4) देश के बाहर उनकी सांस्कृतिक जड़ों को काटने की एक योजना बनानी चाहिये आदि।
डा. गाँधी ने बताया कि 90 के दशक में बाँटे गये इस मैमोरेन्डम के फलस्वरुप व बहाई धर्म के खिलाफ प्रचार व ईरान की सरकार द्वारा पिछले तीन वर्षों में बहाइयों पर बढ़ता हुआ अत्याचार देखकर हम सभी दुखी व प्रभावित होकर ईरान के बहाइयों के लिए चिन्तित हैं। अभी हाल ही में ईरान के सात बहाई नेताओं को 20 वर्षों की कैद (हर एक को) बहाई इन्स्टीट्यूट आॅफ हायर एजुकेशन के 10 कर्मचारियों व प्रशासनिक अधिकारियों को सामूहिक रूप से 43 वर्षों की कैद की सज़ा आदि इसी अत्याचार के उदाहरण हैं। पिछले वर्ष की तुलना मंे इस वर्ष झूठे इल्ज़ामों मंे गिरफ्तार बहाइयों की संख्या दुगुनी हो गयी है। कई मंत्रालयों, विभागों व सरकारी दफ्तरों से अक्सर ध्याार्मिक व्यक्तियों की भी मिली भगत से अत्याचारों के सुनियोजित कार्य चल रहे हैं।
इसी संदर्भ में सर्वोत्तम न्यायालय के एक जाने माने पूर्व न्यायाधीश श्री वीर आर कृष्णा अय्यर ने भी एक अलग पत्र भेजकर प्रधानमंत्री से प्रर्थना की है कि वे स्वयं बहाइयों की आवाज़ बने जिससे कि बहाई लोग अपना विश्व बन्धुत्व का कार्य करते रहें। डा. गाँधी ने जोर देते हुए कहा कि हम सभी भारत के नागरिक ईरान गणराज्य में रहने वाले 300,000 बहाइयों की जान बचाने व सुरक्षित रहने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री से आग्रह करते हें कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर बातचीत करें।
।(डा. भारती गाँधी) बहाई अनुयायी, 12, स्टेशन रोड, लखनऊ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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’मंथन’ श्रृंखला की अगली कड़ी में ’’अवध की विरासत’’ पर व्याख्यान

Posted on 27 August 2012 by admin

’मंथन’ के दूसरी विचार गोष्ठी का आयोजन आगामी 28 अगस्त को अपरान्ह  3.30 बजे से मीडिया सेंटर, लाल बहादुर शास्त्री भवन में किया जायेगा। अवध की सांस्कृतिक विरासत के प्रसिद्ध जानकार, डाॅ0योगेश प्रवीन इस गोष्ठी में ’’अवध की विरासत’’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।
गौरतलब है कि सचिव, सूचना श्री अमृत अभिजात ने समसामयिक महत्व के विशेष मुद्दों-विषयों पर वैचारिक तथा बौद्धिक संगोष्ठियों की श्रृंखला ’मंथन‘ की शुरूआत की है। इस श्रंृखला की पहली कड़ी में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ श्री रक्षित टंडन का व्याख्यान हो चुका है। श्री अभिजात ने बताया कि इस श्रंृखला के तहत विषय विशेषज्ञों के व्याख्यान आयोजित किये जायेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मारीशस में प्रथम पुरस्कार जीता सी.एम.एस. छात्राओं ने

Posted on 27 August 2012 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड कैम्पस की दो प्रतिभाशाली छात्राओं सृष्टि सिंह एवं सुखमन प्रीत कौर ने माॅरीशस में आयोजित ‘कविता गान’ प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार अर्जित कर विदेश में देश का गौरव बढ़ाया है। यह प्रतियोगिता ‘इण्टरनेशनल स्टूडेन्ट्स क्वालिटी कन्ट्रोल सर्किल सम्मेलन (आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.) के अन्तर्गत सम्पन्न हुई जिसे क्यू.सी.आई. इण्टरनेशनल, अमेरिका एवं वल्र्ड काउन्सिल फाॅर टोटल क्वालिटी एण्ड एक्सीलेन्स इन एजूकेशन के संयुक्त तत्वावधान में पोर्ट लुइस, माॅरीशस में आयोजित किया गया। यह जानकारी
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि माॅरीशस में आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय क्वालिटी सम्मेलन में विश्व के कई देशों की छात्र टीमों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जिसमें सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस की इन दो छात्राओं ने कविता गान प्रतियोगिता (पोएट्री रेसीटेशन) में अपनी प्रतिभा व मेधात्व का परचम लहराया। सी.एम.एस. की विजेता छात्र टीम ने क्वालिटी की अवधारणा पर आधारित अपनी सारगर्भित कविता के माध्यम से विश्व समाज का उज्जवल एवं मानवीय स्वरूप उजागर किया।
श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. छात्र न सिर्फ शैक्षिक क्षेत्र में अपितु समाज के अन्य बहुतेरे क्षेत्रों में भी विद्यालय का नाम राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रहे हैं क्योंकि सी.एम.एस. अपने छात्रों के बौद्धिक विकास के साथ उन्हें सामाजिक गतिविधियों एवं रचनात्मक कार्यों के लिए विशेष रूप से प्रेरित करता है। यही कारण है कि सी.एम.एस. छात्र सदैव ही विभिन्न रचनात्मक एवं सृजनात्मक प्रतियोगिताओं में अपनी बहुमुखी प्रतिभा की छाप छोड़कर विद्यालय का गौरव बढ़ा रहे हैं। सी.एम.एस. का लक्ष्य बच्चों को वल्र्ड लीडर के रूप में तैयार करने वाली शिक्षा उपलब्ध कराना है, ताकि वे कल के विश्वव्यापी समाज का नेतृत्व अपने विकसित मानवीय दृष्टिकोण से कर सके। इसी की बदौलत सी.एम.एस. के मेधावी छात्र विभिन्न राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सर्वाधिक पुरस्कार जीतकर प्रदेश व देश का नाम गौरवान्वित करते हैं तथापि अपनी सफलता का श्रेय विद्यालय के शान्तिपूर्ण व आध्यात्मिक वातावरण एवं अपने विद्वान शिक्षकों को देते हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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स्वदेश लौटने पर डा. जगदीश गाँधी का हुआ भव्य स्वागत

Posted on 26 August 2012 by admin

return-of-jg-from-argentina-1सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी का आज अमौसी एअरपोर्ट पर सी.एम.एस. शिक्षकों, अभिभावकों व कार्यकर्ताओं ने भव्य व शानदार स्वागत किया। अर्जेन्टीना के दो प्रख्यात विश्वविद्यालयों ‘यूनिवर्सिटी आॅफ ऐनेट्री रिओस’ एवं ‘यूनिवर्सिटी आॅफ लाॅ मेन्डोजा’ द्वारा ‘डाक्टरेट की मानद उपाधि’ से सम्मानित होकर स्वदेश लौटे डा. गाँधी के स्वागत हेतु भारी संख्या में एअरपोर्ट पहुँचे सी.एम.एस. कार्यकर्ताओं व शिक्षकों ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया। बैण्ड-बाजे की सुमधुर ध्वनि के बीच डा. गाँधी का शानदार स्वागत सचमुच एक यादगार लम्हा था जो कई दिनों तक लोगों के जेहन में ताजा रहेगा। इस अवसर पर एक अनौपचारिक वार्ता में डा. गाँधी ने कहा कि दरअसल इस उपलब्धि का सारा श्रेय सी.एम.एस. के विद्वान शिक्षकों, छात्रों व अभिभावकों को जाता है जिन्होंने दिन-रात एक करके बड़े परिश्रम से ‘जय जगत’ व ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विचारों को सारे विश्व में पहुँचाया है और अब विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य हेतु विश्व एकता व विश्व शान्ति की स्थापना हेतु प्रयासरत है।
सी.एम.एस. इन्हीं शिक्षकों व कार्यकर्ताओं की बदौलत ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 12 वर्षो से लगातार लखनऊ में सम्पन्न हो रहा है।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि विश्व एकता व विश्व शान्ति के प्रबल समर्थक डा. जगदीश गाँधी को अर्जेन्टीना के दो प्रख्यात विश्वविद्यालयों द्वारा अलग-अलग ‘डाक्टरेट की मानद उपाधि’ से सम्मानित किया है। इस प्रतिष्ठित उपाधि के माध्यम से डा. जगदीश गाँधी द्वारा बच्चों के अधिकारों व विश्व एकता व विश्व शांति हेतु पिछले 53 वर्षों से किये जा रहे अथक प्रयासों को विश्व स्तर पर एक और सम्मान से नवाजा गया है। श्री शर्मा ने बताया कि अर्जेन्टीना की इस यात्रा के दौरान डा. गाँधी अर्जेन्टीना की कई प्रबुद्ध हस्तियों से भी मिले जिनमें अर्जेन्टीना सुप्रीम कोर्ट के प्रेसीडेन्ट जस्टिस डा. रिकार्डो लुइस लाॅरेनजेटी, डेप्यूटी वाइस प्रेसीडेन्टी आॅफ सुप्रीम कोर्ट आॅफ अर्जेन्टीना मैडम जस्टिस हेलना नोलास्को, श्री वेन्गैन्ग ही, डायरेक्टर, एआईईजे, चीन, मैडम जस्टिस जोसफा विन्सेन्टा, डायरेक्टर, एआईईजे, पेरू एवं मैडम जस्टिस मर्सिडेज, पेरू आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा डा. गाँधी अर्जेन्टीना के विभिन्न न्यायालयों के न्यायाधीशों व बार एसोसिऐशन के सदस्यों से भी मिले।
श्री शर्मा ने बताया कि डा. जगदीश गाँधी के मार्गदर्शन में गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्डस होल्डर एवं यूनेस्को शान्ति शिक्षा पुरस्कार से सम्मानित सिटी मोन्टेसरी स्कूल अपनी स्थापना के 53 वर्षों में विश्व एकता का अग्रदूत बन चुका है जिसका सम्पूर्ण श्रेय श्री जगदीश गाँधी के त्याग, तपस्या व बलिदान को जाता है। डा. जगदीश गांधी पिछले 5 दशकांे से शिक्षा के माध्यम से विश्व में एकता व शांति की स्थापना के लिए अथक प्रयास करते आ रहे हैं एवं आपके संयोजकत्व व मार्गदर्शन में सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा लखनऊ की सरजमीं पर विगत 12 वर्षों से लगातार ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ आयोजित किया जा रहा है। इन अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में अब तक 103 देशों के 484 मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश तथा शासनाध्यक्ष प्रतिभाग कर चुके हैं। विश्व की इन वल्र्ड जुडीशियरी समिट ने विश्व संसद, विश्व सरकार तथा वल्र्ड कोर्ट आॅफ जस्टिस स्थापित करने की मुहिम को शक्ति प्रदान करके भारी समर्थन दिया है। श्री शर्मा ने बताया कि डाॅ गांधी को शिक्षा और मानव कल्याण के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिये अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। आपको ख्याति प्राप्त यूनेस्को द्वारा शान्ति शिक्षा पुरस्कार-2002, आई.सी.एस.सी. काउन्सिल का डेरोजियो अवार्ड, अमेरिका के जार्जटाउन नगर की चाबी सौंप कर सम्मान, पौलेण्ड की एकेडमी आॅफ साइन्सेज द्वारा फ्रेण्ड आफ यंग फिजीसिस्ट अवार्ड आदि से अब तक सम्मानित किया जा चुका है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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स्त्री-पुरुष की समानता से ही विश्व एकता कायम होगी

Posted on 26 August 2012 by admin

– डा. (श्रीमती) भारती गाँधी, प्रख्यात शिक्षाविद् व संस्थापिका-निदेशिका, सी.एम.एस.
स्त्री-पुरुष एक पंछी के दो पंख के समान हैं। दोनों को समान रूप से शक्तिशाली होना पड़ेगा तभी विश्व एकता का पंछी स्तन्त्र रूप से अपनी उड़ान भरेगा। यह विचार हैं सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका व बहाई अनुयायी डा. (श्रीमती) भारती गाँधी के, जो आज यहाँ सी.एम.एस. गोमती नगर आॅडिटोरियम में आयोजित विश्व एकता सत्संग में बोल रही थीं। आगे बोलते हुए डा. भारती गाँधी ने कहा कि अब समय आ गया है कि विज्ञान और धर्म एक साथ मिलकर मानवता का कल्याण करें। सभी देश स्वेच्छा से न्यूक्लियर बम न बनाकर न्यूक्लियर शक्ति का प्रयोग चिकित्सा, अंतरिक्ष शोध, शिक्षा व अन्य शान्तिपूर्ण कार्यो के लिए करें। हमें अपने बीच छोटे-छोटे झगड़े व मनमुटाव को भूलकर एकता की डोर में बंधना होगा। इससे पहले ‘विश्व एकता सत्संग’ का शुभारम्भ सुमधुर भजनों व गीतों से हुआ, जिनमें ‘प्रभु हम सबकी विमल बुद्धि होवे’, ‘छाप तिलक सब दीनी’, ‘मोसे नैना मिलाय के’, ‘इस जहाँ का सहारा मिले न मिले, मुझे तेरा सहारा सदा चाहिए’ इत्यादि भजनों ने आध्यात्मिकता का अनूठा अहसास कराया।
सत्संग में अपने विचार रखते हुए बहाई धर्म की अनुयायी श्रीमती बी मोहाजिर ने कहा कि सभी धर्मगुरुओं व अवतारों ने यही संदेश दिया है कि जब जब धरती पर अधर्म बढेगा, तब तब वे पुनः धरती पर आकर बुराई को मिटायेंगे व धर्म की संस्थापना करेंगे। प्रभु ईशु ने कहा ‘मैं वायदा करता हूँ कि वापस आऊँगा’, श्री कृष्ण ने भी कहा ‘मेरे जरिये ही मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है, मैं बार-बार आऊँगा’। लोग धर्म के नाम पर एक-दूसरे को मारते हैं व क्रूरता करते हैं जबकि धर्म तो प्रेम और शान्ति का संदेश देता है। शिक्षा को भी धर्म से जोड़ते हुए उन्होंने नैतिकता पर बल दिया जिसके बिना शिक्षा अधूरी है। मानवता का धर्म ही सच्चा धर्म है जो विश्व शान्ति ला सकता है। वरिष्ठ पत्रकार श्री वीर विक्रम बहादुर मिश्र ने कहा कि सकारात्मक दृष्टि ही सूत्र है विश्व एकता को जानने व समझने का। धर्म ही हमारे मन को नियन्त्रित करता है। आज धर्म का दुरुपयोग हो रहा है। हम मन को नहीं सुधारते। जब मन सुधरता है तभी धर्म का पालन होता है। इसी प्रकार कई विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ने वाली वार्षिक प्रतियोगिया सम्पन्न

Posted on 23 August 2012 by admin

untitled-3राजधानी के आंचलिक विज्ञान नगरी में 13 से 23 अगस्त तक वार्षिक विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन गुरूवार को सम्पन्न हो गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रूचि को बढ़ाना तथा क्रियात्मक अभिरूचि उत्पन्न करना था, साथ ही विज्ञान के विभिन्न नवीनतम सूचनाओं को प्रश्नांे के माध्यम से अवगत कराना था। यह कार्यक्रम कक्षा 8 से कक्षा 10 के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया था।  इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों की कुल 29 टीमों ने भाग लिया इनमें से कुल 16 टीमों का चयन 13 अगस्त को आयोजित लिखित विज्ञान प्रश्नोत्तरी के माध्यम से किया गया था।  कार्यक्रम के दौरान 04 क्वार्टर फाइनल, 02 सेमीफाइनल और 01 फाइनल राउन्ड आयोजित किये गये।
इस प्रतियोगिता के सेमीफाइनल एवं फाइनल राउन्ड को आंचलिक नगरी, लखनऊ के सभागार में सम्पन्न हुए जिसमें सेठ एम.आर.जयपुरिया स्कूल, गोमती नगर, टाउनहाल पब्लिक स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, एल्डिको एवं लामार्टिनियर कालेज की टीमों ने भाग लिया। इसमें दिल्ली पब्लिक स्कूल, एल्डिको की टीम (अनिरूद्ध देब और प्रशांत भूटानी) को विजेता घोषित किया गया जबकि सेठ एम.आर.जयपुरिया स्कूल, गोमती नगर की टीम  (शुभांग चतुर्वेदी और तथागत भाटिया) को उप विजेता घोषित किया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सीएसआईआर द्वारा वाणी प्रदा में रोजगारपरक प्रशिक्षण

Posted on 23 August 2012 by admin

untitled-21सी.एस.आई.आर.-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसन्धान संस्थान, लखनऊ द्वारा चलाये जा रहे रोजगारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की कड़ी में एक और कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मूक बधिर विद्यार्थियों के लिए स्थापित चेतना संस्थान के ‘वाणी प्रदा’ स्कूल, सेक्टर-सी अलीगंज में गुरूवार से आंरम्भ किया गया जो जैव प्रौद्योगिकी (बायोटेक्नोलोजी) विभाग, नई दिल्ली भारत सरकार द्वारा वित्त-पोषित है। इस कार्यक्रम का समापन 24 अगस्त को होगा। यह जानकारी एन. बी आर. आई. के निदेशक डाॅ. चन्द्र शेखर नौटियाल ने दी। डाॅ. नौटियाल के निर्देशन में इस कार्यक्रम द्वारा कम श्रवण क्षमता वाले तथा मूक बधिर विद्यार्थियों ने निर्जलीकृत फूलों व पौधों की सहायता से उपहार में दी जा सकने वाली वस्तुएं तथा कार्ड आदि बनाना सीखा। इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों को रोजगारपरक प्रशिक्षण देना हैं जो इन्हें भविष्य में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में इन्हें सहायता प्रदान करेगा ऐसा वैज्ञानिकों का विश्वास हंै। इस कार्यक्रम के सफल प्रयास के माध्यम से लगभग 55 बच्चों के साथ उनके अध्यापकों ने कार्यक्रम में सहभागिता की।
डाॅ. जे. क.े जौहरी, वरिष्ठ प्रमुख वैज्ञानिक ने प्रतिभागियों को सम्बोधित कर इस कार्यक्रम के आयोजित किये जाने की तथा प्रतिभागी विद्यार्थियों की सराहना की तथा संस्थान के इसी प्रकार के कार्यक्रमों के विषय में भी चर्चा की। डीबीटी प्रोजेक्ट की इंवेस्टिगेटर तथा एन.बी.आर.आई. की वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. कमला कुलश्रेष्ठ ने इस कार्यक्रम के कार्यांवयन की रूप-रेखा तैयार की तथा इसका संचालन भी किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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गंगा की पवित्रता के लिए शुरु हुआ “गंगा आह्वानम अभियान”

Posted on 23 August 2012 by admin

राष्ट्रीय नदी गंगा की दुर्दशा पर प्रायश्चित करने के लिए गंगा सेवा मिशन ने श्गंगा आह्वानमश् अभियान की शुरुआत वाराणसी के अस्सी घाट पर शिव के पार्थिव पूजन व अनुष्ठान के साथ की। गंगा आह्वानम कार्यक्रम का शुभारंभ महापौर रामगोपाल मोहले, स्वामी आनंद स्वरूप, बौरहवा बाबा ने संयुक्त रूप से किया। अभियान की शुरुआत अस्सी घाट पर शिव के पार्थिव पूजन व अनुष्ठान के साथ  हुआ। उल्लेखनीय है कि देश के नौ प्रमुख शहरों में एक साथ किया गया। नौ दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में प्रतिदिन सुबह पूजा-अर्चन और सायंकाल प्रवचन होगा। इस अवसर पर गंगा के प्रति श्रद्धा भाव रखने वाले लोग पूर्णतरू व्रत व उपवास रखेंगे। इस अवसर पर गुटखा, तम्बाकू व प्लास्टिक की थैलियों का त्याग करने का संकल्प लेने के साथ ही संत जन गंगा जी के अपने मूल रूप में लौटने का आह्वान किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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