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शिक्षक दिवस पर सी.एम.एस. शिक्षकों ने निकाला विशाल ‘चरित्र निर्माण मार्च’

Posted on 06 September 2013 by admin

  • 51 लाख रुपये के पुरस्कारों से नवाजे गये सी.एम.एस. शिक्षक

edited-march2 सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर आज ‘शिक्षक सम्मान समारोह’ का भव्य आयोजन सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में सम्पन्न हुआ, जिसमें सी.एम.एस. के कर्तव्यपरायण व विद्वान शिक्षकों को उनकी अतुलनीय सेवाओं के लिए सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया गया। इस भव्य समारोह में सी.एम.एस. के सभी कैम्पस के लगभग 2000 से अधिक शिक्षकों, प्रधानाचार्याओं व अन्य कार्यकर्ताओं को इक्यावन लाख रूपये के नगद पुरस्कार एवं अन्य उपयोगी वस्तुयें, सार्टिफिकेट, मैडल व गाउन पहनाकर विशेष रूप से पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। समारोह की खास बात रही कि इस अवसर पर विद्वान शिक्षकों के पूज्यनीय माताजी-पिताजी को भी सम्मानित किया गया। विद्वान शिक्षकों की माताजी को फलों व फूलों से तौलकर ‘रानी माँ’ की उपाधि से सम्मानित किया गया जबकि उनके पिताजी को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। इससे पहले सी.एम.एस. के संगीत  शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच ‘शिक्षक सम्मान समारोह’ का भव्य उद्घाटन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे काउन्सिल फाॅर द इण्डियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन, नई दिल्ली के चीफ एक्जीक्यूटिव एवं सेक्रेटरी श्री गैरी अराथून ने देश के महान शिक्षक, विचारक व पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्र्यापण एवं दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर श्री अराथून की पत्नी श्रीमती अनीता अराथून विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थीं।

edited-garlandingइस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि श्री गैरी अराथून, चीफ एक्जीक्यूटिव एवं सेक्रेटरी, काउन्सिल फाॅर द इण्डियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन, नई दिल्ली ने सी.एम.एस. शिक्षकों को ‘शिक्षक दिवस’ की बधाई देते हुए आज जरूरत है कि हमारे शिक्षक डा. राधाकृष्ण के विचारों से प्रेरणा लें व उनके विचारों को आत्मसात करें। शिक्षा का सही अर्थ छात्रों को केवल किताबी ज्ञान देना नहीं, वरन् उनकी पूरी जीवन शैली को सुगठित करना है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे बच्चों में सही समय पर सही निर्णय लेने की क्षमता विकसित करें। श्री अराथून ने सी.एम.एस. शिक्षकों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि आप सभी शिक्षकगण अतुलनीय कार्य करते हैं एवं अब जरूरत है कि बदलते युग के अनुसार नये-नये सृजनात्मक विचार प्रदान कर बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करें। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि सी.एम.एस. शिक्षक प्रारम्भ से ही छात्रों को विश्व शान्ति, विश्व एकता एवं वसुधैव कुटुम्बकम् के विचारों से ओतप्रोत कर रहे हैं।

इस भव्य समारोह में वर्ष 2012-2013 हेतु आई.एस.सी. सेक्शन के सर्वश्रेष्ठ शिक्षिक घोषित किए गये सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) के कम्प्यूटर टीचर श्री अवनीश श्रीवास्तव व फिजिकल एजुकेशन टीचर श्री अनिल श्रीवास्तव एवं आई.सी.एस.ई. सेक्शन में सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) की कम्प्यूटर शिक्षिका सुश्री रीमा वोहरा को पुरस्कार स्वरूप क्रमशः रू. 31,022/-, रू. 16,265/- एवं रु. 36,740/- की धनराशि का चेक प्रदान कर पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया एवं इन तीनों सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों के प्रेरणास्रोत उनके माताजी व पिताजी को फलों एवं फूलों से तौलकर व शाल पहनाकर सार्वजनिक रूप से पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। इसके अलावा अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगितायें सफलतापूर्वक आयोजित करने हेतु सी.एम.एस. की विभिन्न कैम्पस की प्रधानाचार्याओं तथा इनमें प्रथम पुरस्कार जीतने वाले छात्रों के शिक्षकों को सम्मानित किया गया, साथ ही साथ देश-विदेश में भारत का गौरव बढ़ाने वाली प्रधानाचार्याओं व शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। कुल मिलाकर शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सी.एम.एस. परिवार के सभी शिक्षकों व कार्यकर्ताओं को पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। edited-teachers1

इससे पहले समारोह का शुभारम्भ सर्व-धर्म एवं विश्व शान्ति प्रार्थना से हुआ। इस अवसर पर सी.एम.एस. शिक्षकों ने जहाँ एक ओर एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों से समाँ बाँधकर सम्पूर्ण आॅडिटोरियम को ईश्वरीय एकता व आध्यात्मिक से सराबोर कर दिया तो वहीं दूसरी ओर ‘वल्र्ड पार्लियामेन्ट’ की शानदार प्रस्तुति से सभी को भावी पीढ़ी के सर्वांगीण विकास हेतु प्रेरित किया। ‘वल्र्ड पार्लियामेन्ट’ के अन्तर्गत सी.एम.एस. के विभिन्न कैम्पस के शिक्षकों ने ‘कन्टेन्ट आॅफ एजुकेशन फाॅर द ट्वेन्टी फस्र्ट सेन्चुरी’ विषय पर अपने सारगर्भित विचारों से शिक्षा पद्धति के नये आयाम उद्घाटित किए एवं भावी पीढ़ी के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर लघु फिल्म  ‘अमेजिंग स्कूल’ प्रदर्शित की गई जिसे यूरोन्यूज नेटवर्क ने खासतौर पर सी.एम.एस. शिक्षा पद्धति पर बनाया था।

इससे पहले सी.एम.एस. के क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की हेड सुश्री सुस्मिता बासु ने शिक्षकों, गणमान्य अतिथियों व उपस्थित दर्शकों का हार्दिक स्वागत व अभिनन्दन किया। इस अवसर पर अपने उद््बोधन में सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट व चीफ आॅपरेटिंग आॅफीसर प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने शिक्षकों की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि आप सभी शिक्षकों के बदौलत सी.एम.एस. आज शिक्षा जगत में नये-नये आयाम स्थापित कर रहा है एवं  छात्रों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु आधुनिकतम तकनीकों का उपयोग कर रहा है, जिनमें इन्टरएक्टिव बोर्ड  एवं ई.आर.पी. सिस्टम आदि प्रमुख हैं। उन्होंने शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि आपकी बदौलत ही सी.एम.एस. छात्र आज सेवा भावना व पर्यावरण जैसे सामाजिक विषयों में ज्यादा रुचि ले रहे हैं।

edited-weighingइस अवसर पर अपने उद्बोधन में सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने सी.एम.एस. शिक्षकों के प्रति कोटि-कोटि आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज सी.एम.एस. जिस मुकाम पर खड़ा है, निःसंदेह उसका श्रेय आप सभी शिक्षकों व प्रधानाचार्याओं को जाता है। उन्होंने शिक्षकों से बच्चों को उच्च चारित्रिक व नैतिक शिक्षा देने की अपील करते हुए कहा कि आप डा. राधाकृष्ण के विचारों से प्रेरणा लें व उनके विचारों को आत्मसात करें। समारोह के अन्त में सी.एम.एस. की संस्थापिका-निदेशिका व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने सभी विद्वान शिक्षकों, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व अन्य गणमान्य नागरिकों के प्रति अपना हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि पाँच बच्चों से शुरू हुए इस विद्यालय में आज सैंतालीस हजार से अधिक बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, यह सब आप महान शिक्षकों की बदौलत ही संभव हुआ है। आपके अथक प्रयास व कर्तव्य परायणता की बदौलत ही सी.एम.एस. छात्र आज सारे विश्व में विश्व शान्ति, विश्व एकता एवं वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना को प्रवाहित कर रहे हैं एवं एक नई विश्व व्यवस्था में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।

सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर आज सी.एम.एस. के दो हजार से अधिक शिक्षक/शिक्षिकाओं व कार्यकर्ताओं ने विशाल ‘चरित्र निर्माण मार्च’ निकालकर युवा पीढ़ी के चरित्र निर्माण की पुरजोर अपील की एवं भावी पीढ़ी को चरित्रिक व मानवीय गुणों से युक्त बनाने का आहवान किया। सी.एम.एस. शिक्षकों का यह विशाल मार्च आज प्रातः कानपुर रोड स्थित पुरानी चुंगी से प्रारम्भ हुआ एवं सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम पहुँचकर एक विशाल सभा में बदल गया। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी व डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने सी.एम.एस. शिक्षकों के इस विशाल मार्च की अगुवाई की। इस अवसर पर सी.एम.एस. के सभी कैम्पस की प्रधानाचार्याएं, शिक्षाविद् व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर सी.एम.एस. शिक्षकों ने प्रतिज्ञा की कि हम तब तक दम नहीं लेंगे जब तक छात्रों में चरित्र निर्माण व धार्मिक एकता की नींव मजबूत नहीं कर देंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री

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